In these tough times, Screenwriters Association (SWA) India is pleased to introduce a series of online initiatives aimed at nurturing personal wellness and professional growth, while also raising funds for the COVID-19 crisis gripping our nation.
Starting 15th May, 2020, we will be launching a series of webinars, discussions, and lectures that you can access online. You will be required to register in advance for these online events. The second event of the series is:
ESSENTIALS OF THE CRAFT OF SCRIPTWRITING
An online workshop with ANJUM RAJABALI
Five compact intensive classes with the veteran screenwriter and teacher
DATES: 23, 24, 30, 31 May and 6 June 2020 | TIME: 10.00 AM to 1.00 PM
MEDIUM OF INSTRUCTION: A mix of HINDI and ENGLISH, in equal proportion.
SESSION SCHEDULE
1. Saturday, May 23: STORYTELLING & ELEMENTS OF SCREENWRITING
2. Sunday, May 24: PLOT
3. Saturday, May 30: CHARACTER
4, Sunday, May 31: STRUCTURE
5. Saturday, June 6: SCENE DESIGN & DIALOGUE
SESSION DETAILS
IMPORTANT: This is a COVID-19 fundraiser event. You will be required to donate to an NGO from a list curated by SWA, to attend one or all of these sessions. Contribution per session: Rs 1000/- Contribution for entire workshop: Rs 4000/- The event is open to ALL SWA members as well as non-members, subjected to the confirmation of the donation. The event won’t be recorded or shared with participants any time later. We have a policy of No Refunds. Check the details of the NGOs here: https://www.swaindia.org/blog/covid-19_fundraiser_ngos/
To register, fill the Form: https://forms.gle/4mBNMfje2tz2Efvs8
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इन मुश्किल हालात में, स्क्रीनराइटर्स एसोसिएशन ने ऑनलाइन कार्यक्रमों की एक श्रृंखला की तैयारी की ही जिसके ज़रिये ना सिर्फ प्रतिभागियों के व्यक्तिगत स्वास्थ्य, पेशेवर तरक्की को मदद मिलेगी बल्कि कोरोनावायरस (COVID-19) के कारण देश में उपजी हुई आर्थिक समस्याओं से जूझने के लिए फंड्स भी जुटाये जायेंगे।
इन कार्यक्रमों में वैबिनार, चर्चा, वर्कशॉप इत्यादि होने जिनका प्रसारण 15 मई 2020 से ऑनलाइन किया जायेगा। सभी इच्छुक प्रतिभागियों को पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसकी जानकारी हर कार्यक्रम की घोषणा के साथ दी जाएगी। श्रृंखला का दूसरा कार्यक्रम है:
स्क्रिप्ट राइटिंग के शिल्प के मूल तत्व
(ESSENTIALS OF THE CRAFT OF SCRIPTWRITING)
अंजुम रजबअली द्वारा ऑनलाइन वर्कशॉप
5 गहन सैशंस की श्रृंखला जिसमें जाने माने स्क्रीनराइटर और शिक्षक अंजुम रजबअली, फिल्म लेखन के शिल्प पर बात करेंगे।
दिनांक: 23, 24, 30, 31 मई और 6 जून 2020 | समय: सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक
निर्देश का माध्यम: हिंदी और अंग्रेज़ी, समान अनुपात में।
सैशन की सूची
1. शनिवार, 23 मई : कहानी और स्क्रीनराइटिंग के तत्व
2. रविवार, 24 मई: प्लॉट
3. शनिवार, 30 मई: किरदार
4. रविवार, 31 मई: संरचना
5. शनिवार, 6 जून: दृश्य संरचना और संवाद
सैशन का विवरण
1. कहानी, कहानी कहने की कला, स्क्रीनराइटिंग से परिचय, आइडिया, प्रेमाइस
कहानी का महत्व – सभ्यता की शुरुआत से. ज़िंदगी को अर्थ प्रदान करने का माध्यम कहानी. स्क्रीनप्ले क्या है? इसके प्रमुख तत्व कौन से हैं? स्क्रीनप्ले कहानी पर आधारित होता है जो एक केंद्रीय आइडिया से बनती है. एक स्क्रीनराइटर वह केंद्रीय विचार कैसे खोजता है?
2. प्लॉट, ड्रामा (नाटकीयता) का स्वरुप
आइडिया को प्लॉट की शकल देनी होती है. लेकिन, प्लॉट क्या है? इससे किरदार और कहानी कैसे प्रभावित होते हैं. परिवेश (milieu), उसका कालखंड, पृष्ठभूमि क्या है? बैकस्टोरी के क्या मायने हैं? सब-प्लॉट क्या हैं?
ड्रामा से हम क्या समझते हैं? कॉन्फ्लिक्ट कहानी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है और यह कथानक (narrative) को कैसे आगे बढ़ाता है?
3. किरदार, चरित्र चित्रण, किरदार की यात्रा
किरदार से कहानी में जान आती है, और दर्शक भावनात्मक रूप से फिल्म से जुड़ता है. किरदार संवेदना कैसे जगाता है?
किरदार में परिवर्तन (character transformation) से हम क्या समझते हैं? इसका प्लॉट और बाकी किरदारों से क्या रिश्ता है?
4. स्क्रीनप्ले की संरचना
संरचना के माध्यम से स्क्रीनप्ले को डिज़ाइन किया जाता है, ताकि दर्शक पर वांछित प्रभाव पड़ सके. यह डिज़ाइन आपकी कहानी की मूल भावना के अनुरूप और सहज होनी चाहिए. संरचना का शास्त्रीय सिद्धांत (3-Act Structure) क्या है? इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है? इसका इस्तेमाल किस तरह नहीं किया जाना चाहिए?
5. सीन डिज़ाइन और संवाद लेखन
सीन में कहानी के बीट्स छिपे होते हैं जो इसे ट्विस्ट और मोड़ (turns) देते हैं. इन्हें कैसे रचा जाता है? सीन लिखते समय किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए? संवाद और असल बातचीत में क्या फर्क है? किरदार से वो कैसे बुलवाया जाए जो वो चाहता है, और जिससे प्लॉट भी आगे बढ़ सके?
नोट: प्रतिभागियों को सैशन से पहले बतायी गयी फिल्में और सीन देखने होंगे, जिनका ज़िक्र वर्कशॉप के दौरान बारबार किया जायेगा और जिन पर चर्चा के माध्यम से ऊपर लिखे सिद्धांतों को समझा जायेगा.
ज़रूरी जानकारी: यह वर्कशॉप एक ‘COVID-19 फंडरेज़र’ कार्यक्रम है। इच्छुक प्रतिभागियों को एक या सभी सैशंस से जुड़ने के लिए SWA द्वारा तैयार एक सूची में से किसी एक गैर-सरकारी संस्था (NGO) को दान देना होगा। एक सैशन के लिए रु 1000/- और सभी सैशंस के लिए रु 4000/- की डोनेशन देनी होगी। सैशन का लिंक डोनेशन की पुष्टि होने के बाद ही शेयर किया जायेगा। वर्कशॉप में सभी SWA सदस्य और गैर-सदस्य भाग ले सकते हैं। इस वर्कशॉप की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं की जाएगी और ना ही बाद में प्रतिभागियों को कोई वीडियो भेजा जा सकेगा। हमारी ‘नो रीफंड’ की पॉलिसी है। संस्थाओं की जानकारी के लिए लिंक: https://www.swaindia.org/blog/covid-19_fundraiser_ngos/
रजिस्टर करने के लिए कृपया ये फॉर्म भरें: https://forms.gle/4mBNMfje2tz2Efvs8
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